श्री रामनारायण सोनी द्वारा लिखित पुस्तक मैढ क्षत्रिय स्वर्णकार जाति का इतिहास में इस समाज की कुलदेवियों का विवरण है।
कुलदेवी उपासक सामाजिक गोत्र
1. अन्नपूर्णा माता - खराड़ा, गंगसिया, चुवाणा, भढ़ाढरा, महीचाल,रावणसेरा, रुगलेचा।
2. अमणाय माता - कुझेरा, खीचाणा, लाखणिया, घोड़वाल, सरवाल, परवला।
3. अम्बिका माता - कुचेवा, नाठीवाला।
4. आसापुरी माता - अदहके, अत्रपुरा, कुडेरिया, खत्री आसापुरा, जालोतिया, टुकड़ा, ठीकरिया, तेहड़वा, जोहड़, नरवरिया, बड़बेचा, बाजरजुड़ा, सिंद, संभरवाल, मोडक़ा, मरान, भरीवाल, चौहान।
5. कैवाय माता - कीटमणा, ढोलवा, बानरा, मसाणिया, सींठावत।
6. कंकाली माता - अधेरे, कजलोया, डोलीवाल, बंहराण, भदलास।
7. कालिका माता - ककराणा, कांटा, कुचवाल, केकाण, घोसलिया, छापरवाल, झोजा, डोरे, भीवां, मथुरिया, मुदाकलस।
8. काली माता - बनाफरा
9. कोटासीण माता - गनीवाल, जांगड़ा, ढीया, बामलवा, संखवाया, सहदेवड़ा, संवरा।
10. खींवजा माता - रावहेड़ा, हरसिया।
11. चण्डी माता - जांगला, झुंडा, डीडवाण, रजवास, सूबा।
12. चामुण्डा माता - उजीणा, जोड़ा, झाट, टांक, झींगा, कुचोरा, ढोमा, तूणवार, धूपड़, बदलिया, बागा, भमेशा, मुलतान, लुद्र, गढ़वाल, गोगड़, चावड़ा, चांवडिया, जागलवा, झीगा, डांवर, सेडूंत।
13. चक्रसीण माता - चतराणा, धरना, पंचमऊ, पातीघोष, मोडीवाल, सीडा।
14. चिडाय माता - खीवाण जांटलीवाल, बडग़ोता, हरदेवाण।
15. ज्वालामुखी माता - कड़ेल, खलबलिया, छापरड़ा, जलभटिया, देसवाल, बड़सोला, बाबेरवाल, मघरान, सतरावल, सत्रावला, सीगड़, सुरता, सेडा, हरमोरा।
16. जमवाय माता - कछवाहा, कठातला, खंडारा, पाडीवाल,बीजवा, सहीवाल, आमोरा, गधरावा, धूपा, रावठडिय़ा।
17. जालपा माता - आगेचाल, कालबा, खेजड़वाल, गदवाहा, ठाकुर, बंसीवाल, बूट्टण, सणवाल।
18. जीणमाता - तोषावड़, ।
19. तुलजा माता - गजोरा, रुदकी।
20. दधिमथी माता - अलदायण, अलवाण, अहिके,उदावत, कटलस, कपूरे, करोबटन, कलनह, काछवा, कुक्कस, खोर, माहरीवाल।
21. नवदुर्गा माता - टाकड़ा, नरवला, नाबला, भालस।
22. नागणेचा माता - दगरवाल, देसा, धुडिय़ा, सीहरा, सीरोटा।
23. पण्डाय (पण्डवाय) माता - रगल, रुणवाल, पांडस।
24. पद्मावती माता - कोरवा, जोखाटिया, बच्छस, बठोठा, लूमरा।
25. पाढराय माता - अचला।
26. पीपलाज माता - खजवानिया, परवाल, मुकारा।
27. बीजासण माता - अदोक , बीजासण, मंगला, मोडकड़ा, मोडाण, सेरने।
28. भद्रकालिका माता - नारनोली।
29. मुरटासीण माता - जाड़ा, ढल्ला, बनाथिया, मांडण, मौसूण, रोडा।
30. लखसीण माता - अजवाल, अजोरा, अडानिया, छाहरावा, झुण्डवा, डीगडवाल, तेहड़ा, परवलिया, बगे, राजोरिया, लंकावाल, सही, सुकलास, हाबोरा।
31. ललावती माता - कुकसा, खरगसा, खरा, पतरावल, भानु, सीडवा, हेर।
32. सवकालिका माता - ढल्लीवाल, बामला, भंवर, रूडवाल, रोजीवाल, लदेरा, सकट।
33. सम्भराय माता - अडवाल, खड़ानिया, खीपल, गुगरिया, तवरीलिया, दुरोलिया, पसगांगण, भमूरिया।
34. संचाय माता - डोसाणा।
35. सुदर्शनमाता - मलिंडा।
यह विवरण विभिन्न समाजों की प्रतिनिधि संस्थाओं तथा लेखकों द्वारा संकलित एवं प्रकाशित सामग्री पर आधारित है। इसके बारे में प्रबुद्धजनों की सम्मति एवं सुझाव सादर आमन्त्रित हैं।